हाल ही में एयर इंडिया की एक उड़ान में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने सोशल मीडिया से लेकर समाचार चैनलों तक हलचल मचा दी है। यह घटना 9 अप्रैल, 2025 को दिल्ली से बैंकॉक जा रही फ्लाइट AI2336 में हुई, जब एक भारतीय यात्री ने कथित तौर पर अपने सहयात्री पर पेशाब कर दिया। इस घटना ने न केवल एयर इंडिया की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि हवाई यात्रा के दौरान यात्रियों के व्यवहार और सुरक्षा के मुद्दों को भी चर्चा में ला दिया है।
एयर इंडिया के आधिकारिक बयान के अनुसार, फ्लाइट AI2336 में एक यात्री ने असभ्य व्यवहार किया, जिसकी शिकायत केबिन क्रू को मिली। यह घटना बुधवार को हुई, और क्रू ने तुरंत निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन किया। एयर इंडिया ने बताया कि आरोपी यात्री को चेतावनी दी गई, और पीड़ित यात्री को बैंकॉक में अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज करने में सहायता की पेशकश की गई। हालांकि, पीड़ित ने उस समय इस सहायता को ठुकरा दिया। पीड़ित एक प्रसिद्ध बहुराष्ट्रीय कंपनी का कर्मचारी बताया जा रहा है।
एयर इंडिया ने यह भी कहा कि इस मामले की जांच के लिए एक स्वतंत्र समिति गठित की जाएगी, जो घटना का आकलन करेगी और आरोपी के खिलाफ उचित कार्रवाई का निर्णय लेगी। एयरलाइन ने नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOPs) का पालन करने की बात भी दोहराई।
पुरानी घटना की यादें ताजा
यह कोई पहला मौका नहीं है जब एयर इंडिया की उड़ान में इस तरह की शर्मनाक घटना हुई हो। इससे पहले 26 नवंबर, 2022 को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एक फ्लाइट में शंकर मिश्रा नामक यात्री ने एक बुजुर्ग महिला पर पेशाब कर दिया था। उस घटना ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थीं, और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था। शंकर मिश्रा को उनकी कंपनी वेल्स फार्गो ने नौकरी से निकाल दिया था। इन दोनों घटनाओं ने एयर इंडिया की छवि पर गहरा प्रभाव डाला है और हवाई यात्रा में अनुशासन की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
हवाई यात्रा को आमतौर पर एक सभ्य और आरामदायक अनुभव माना जाता है, लेकिन इस तरह की घटनाएं यात्रियों के व्यवहार पर सवाल खड़े करती हैं। क्या यह नशे की हालत में हुई हरकत थी, या फिर मानसिक असंतुलन का नतीजा? अभी तक इस घटना के पीछे के सटीक कारणों का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन यह साफ है कि ऐसी हरकतें सहयात्रियों के लिए असहज और असुरक्षित माहौल पैदा करती हैं।
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एयर इंडिया और DGCA की भूमिका
एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा कि वह इस तरह के मामलों में DGCA के दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करती है। DGCA ने हाल के वर्षों में उड़ानों में असभ्य व्यवहार को लेकर सख्त नियम बनाए हैं, जिसमें जुर्माना, उड़ान से प्रतिबंध और कानूनी कार्रवाई शामिल हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या ये नियम पर्याप्त हैं? कई विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए यात्रियों की स्क्रीनिंग और क्रू को अतिरिक्त प्रशिक्षण की जरूरत है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी नाराजगी जाहिर की। कुछ यूजर्स ने इसे "शर्मनाक" करार दिया, तो कुछ ने एयर इंडिया की प्रबंधन क्षमता पर सवाल उठाए। एक यूजर ने लिखा, "यह दूसरी बार है जब ऐसा कुछ हुआ। एयर इंडिया को अपने यात्रियों पर नजर रखने की जरूरत है।" वहीं, कुछ लोगों ने इसे हल्के में लेते हुए मजाक भी बनाया, लेकिन ज्यादातर ने इसे गंभीरता से लिया।
क्या हो सकता है समाधान?
ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कुछ कदम उठाए जा सकते हैं। पहला, हवाई अड्डों पर यात्रियों की मानसिक और शारीरिक स्थिति की बेहतर जांच होनी चाहिए। दूसरा, उड़ान के दौरान शराब की उपलब्धता पर सख्त नियंत्रण होना चाहिए, क्योंकि कई बार नशा इस तरह के व्यवहार का कारण बनता है। तीसरा, क्रू को ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि वे तुरंत और प्रभावी ढंग से कार्रवाई कर सकें।
9 अप्रैल, 2025 की यह घटना न केवल एक यात्री की असभ्यता को दर्शाती है, बल्कि हवाई यात्रा से जुड़े व्यापक मुद्दों को भी उजागर करती है। एयर इंडिया ने भले ही प्रक्रियाओं का पालन किया हो, लेकिन यह सवाल बरकरार है कि क्या ऐसी घटनाओं को पूरी तरह रोका जा सकता है। यात्रियों को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी, ताकि हवाई यात्रा सभी के लिए सुरक्षित और सुखद बनी रहे। इस घटना का अंतिम परिणाम क्या होगा, यह स्वतंत्र समिति के फैसले पर निर्भर करता है, लेकिन यह निश्चित है कि यह मामला लंबे समय तक चर्चा में रहेगा।
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